मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बोलीं- कोरोना के इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों का बहिष्कार करने वाले होंगे गिरफ्तार


कोलकाता, राज्य ब्यूरो।  कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के उपचार में लगे स्वास्थ्य कर्मियों का बहिष्कार करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। यग बात बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए उनकी सरकार पूरी कोशिस कर रही है।


दिनरात डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मी लगे हुए हैं। ऐसे में उन स्वास्थ्य कर्मियों का बहिष्कार करने या ऐसा प्रयास करने वाले किसी भी व्यक्ति को तत्काल गिरफ्तार किया जाएगा। कानून अपना काम करेगा। स्वास्थ्य कर्मी लोगों को बचाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा रहे हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सरकार का साथ दे रहे स्वास्थ्य कर्मियों, सेनिटेशन कर्मियों और पुलिस कर्मियों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। ज्ञात हो कि सोमवार को ही सुश्री बनर्जी ने कहा था कि शुरुआत में हमने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पांच लाख रुपये के बीमे की घोषणा की थी। अब इस राशि को बढ़ाकर दस लाख कर दिया गया है। उन्होंने कहा, इसके अलावा हमने सेनिटेशन और अन्य संबंधित कर्मियों को भी यह सुविधा देने का निर्णय लिया है। पुलिस कर्मियों को भी इस बीमा योजना का लाभ मिलेगा। 


ममता बनर्जी बोली, इस वक्त सेवाएं देने वालों के धन्यवाद के लिए कम पड़ जाएंगे शब्द


बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को उन सभी डॉक्टरों, नर्सों, पुलिसकर्मियों, सफाई कर्मचारियों और अन्य लोगों का आभार व्यक्त किया जो कोरोना वायरस ( COVID -19) के प्रसार से निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने ट्विट करते हुए कहा कि इन लोगों को धन्यवाद देने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं हैं। जो निस्वार्थ रूप से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे है और साथी देशवासियों को प्रेरित कर रहे हैं। 


 


रविवार को ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं सभी डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मियों, सरकारी अधिकारियों, आपातकालीन प्रतिक्रिया कार्मिक, स्वच्छता कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के लिए अपनी हार्दिक कृतज्ञता और प्रशंसा व्यक्त करना चाहता हूं, जो COVID- से लड़ने की जरूरत के इस समय में आगे आ रहे हैं। 


उन्होंने कहा कि कोई भी शब्द इन व्यक्तियों को धन्यवाद देने के लिए पर्याप्त नहीं है, जो समुदाय के लिए खड़े हैं और इस मुश्किल की घड़ी में निस्वार्थ रूप से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। वे समाज के हित  बाकी सभी चीजों से ऊपर रख रहे हैं।  जो उनके योगदान और दृढ़ता को हम सभी के लिए प्रेरणा बनाता है। 


 


जानकारी के लिए बता दें कि ममता बनर्जी सरकार ने संकट से निपटने के लिए राज्य भर में संगरोध केंद्र और अलगाव वार्ड स्थापित किए हैं। वहीं देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। फिलहाल देश में संक्रमित मरीजों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने पहले ही लॉकडाउनकर दिया है। ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण पर थोड़ी रोक लगाई जा सकें।